मामला चतरा जिले कुंदा प्रखंड अंतर्गत बोधाडीह पंचायत का
बिना काम कराये निकाल ली गई है राशि
प्रामीण जांच को लेकर मनरेगा आयुक्त और डीडीसी को दिया आवेदन
दोषियों के विरुद्ध कारवाई की मांग
चतरा जिले में मनरेगा योजना में लूट की छूट दी जा रही है। और न जिला प्रशासन का ध्यान है और न प्रखंड प्रशासन का। यही कारण है कि मुखिया और मुखिया पति के द्वारा बिना स्थल पर काम कराये ही राशि की निकासी कर ली जा रही है। ताजा मामला चतरा जिले के कुंदा प्रखंड अंतर्गत बौधाडीह का है। जहाँ बिना काम कराये ही मुखिया प्रतिनिधि के मिली भगत से राशि की निकासी कर ली गई है। बताया जाता है कि कुन्दा प्रखण्ड के ग्राम कमाल टोला करीलगढ़वा में डोभा निर्माण का प्रशासनिक हुआ था। जिसका वर्क कोड संख्या 34170003004/IF7080903647976 बलेन्दर गंझे के खेत में 90X 90X10 डोभा निर्माण में 1.39.016/- (एक लाख उन्चालस हजार सोलह) रू०निकासी कि गई है। इसी प्रकार (2 ) पच्यु गंझू के खेत में 90 X 90 X 10 डोभा निर्माण जिसका वर्क कोड संख्या 3417003004/IF7080903647762 में राशि 1,35.632/- (एक लाख पैतीस हजार छ सो बतीस) रू०बिना काम किये हुए मुखिया पति विनोद साव पिता कारू साव ग्राम बौधाडीह के मिली भगत से निकासी कि गई है। और मुखिया पति के द्वारा यह निकासी बिना कार्य के डिमाण्ड दिनांक04.04.2025 से 02.05.2025 निकासी की गई साथ ही वर्तमान में10.05.2025 से 16.05.2025 तक का डिमाण्ड किया गया है। इसे लेकर कुंदा के ही पवन कुमार ने मनरेगा आयुक्त और चतरा उपविकास आयुक्त को आवेदन दिया है और मामले की जाँच कर दोषियों के विरुद्ध कारवाई करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मनरेगा योजना गांव में रोजगार को लेकर शुरू की गई है। ताकि मजदूरों को गांव में ही रोजगार मिले। सूत्रों के अनुसार इसका लाभ बिचौलिया उठा राहे हैं।मजदूर के बजाय जेसीबी मशीन से काम लिया जा रहा है।




